Chapter
-2
Network Operating System Administration
Q1. What is Network Maintenance? What are different approaches for
network maintenance?
Q1. नेटवर्क रखरखाव क्या है? नेटवर्क रखरखाव के
लिए अलग-अलग दृष्टिकोण क्या हैं?
Ans. नेटवर्क रखरखाव मूल रूप से इसका मतलब है कि आपको नेटवर्क को बनाए रखने और
चलाने के लिए क्या करना है और इसमें कई कार्य शामिल हैं:
• नेटवर्क समस्याओं का
निवारण।
• हार्डवेयर और
सॉफ्टवेयर स्थापना / विन्यास।
• नेटवर्क प्रदर्शन की
निगरानी और सुधार।
• भविष्य के नेटवर्क
के विकास के लिए योजना बनाना।
• नेटवर्क प्रलेखन
बनाना और इसे अद्यतित रखना।
• कंपनी की नीतियों का
अनुपालन सुनिश्चित करना।
• कानूनी नियमों का
अनुपालन सुनिश्चित करना।
• सभी प्रकार के खतरों
के खिलाफ नेटवर्क को सुरक्षित रखना।
Q.2 What are various career opportunities for network specialist?
नेटवर्क विशेषज्ञ के
लिए कैरियर के विभिन्न अवसर क्या हैं?
Ans. नेटवर्क विशेषज्ञ विभिन्न प्रकार के नियोक्ताओं के लिए काम करते हैं, जिनमें सूचना
प्रौद्योगिकी फर्म, शिक्षा कंपनियां और स्वास्थ्य देखभाल संगठन शामिल
हैं। नेटवर्क विशेषज्ञ कभी-कभी घर से काम करने में सक्षम होते हैं, लेकिन नेटवर्किंग
समस्याओं को हल करने के लिए व्यक्तिगत रूप से ग्राहकों को देखने के लिए भी यात्रा
कर सकते हैं।
नेटवर्क विशेषज्ञ के लिए
कैरियर के विभिन्न अवसर इस प्रकार हैं: -
1. नेटवर्क तकनीशियन
2. सिस्टम इंजीनियर
3. सिस्टम आर्किटेक्ट
4. नेटवर्क इंजीनियर
5. नेटवर्क आर्किटेक्ट
6. फील्ड इंजीनियर
7. नेटवर्क सुरक्षा प्रबंधक
8. नेटवर्क विश्लेषक
Q.3 Write a short Note on Window NT. Also explain its features.
Ans विंडोज़ एन.टी. (अंग्रेजी में: Windows
NT) या विंडोज़ एनटी या विंडोज़ NT माइक्रोसॉफ्ट द्वारा निर्मित ऑपरेटिंग
सिस्टम का एक परिवार है, जिसका पहला संस्करण 27 जुलाई, 1993 को जारी किया गया था। यह एक
प्रोसेसर-स्वतंत्र (processor-independent), मल्टीप्रोसेसिंग (multiprocessing) और बहु-उपयोगकर्ता ( multi-user)
ऑपरेटिंग
सिस्टम है।
Windows NT का पहला संस्करण Windows NT 3.1 था और इसे वर्कस्टेशन और सर्वर कंप्यूटर के लिए निर्मित किया गया था। इसका उद्देश्य
विंडोज के उपभोक्ता संस्करणों को पूरक करना था जो एमएस-डॉस (विंडोज़ 3.1x के माध्यम से विंडोज़ 1.0 सहित) पर आधारित थे।
विंडोज एनटी की विशेषताएं:-
• एनटीएफएस फाइल सिस्टम: विंडोज एनटी ने
अपनी डिफॉल्ट फाइल सिस्टम के रूप में एनटीएफएस नाम से एक नई फाइल प्रणाली शुरू की।
यह FAT फ़ाइल सिस्टम की तुलना में बहुत अधिक सुरक्षित है, यह फ़ाइलों को पुनर्प्राप्त और
मरम्मत कर सकता है।
• प्रीमेप्टिव मल्टीटास्किंग: यह सुविधा
ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर संसाधनों को सभी कार्यक्रमों के साथ साझा करने के
लिए सुविधा प्रदान करने में मदद करती है।
• रिमोट एक्सेस: विंडोज एनटी सर्वर
संस्करण को दूरस्थ रूप से सिस्टम पर लॉग इन करने के लिए डिजाइन किया गया था।
• हार्डवेयर एब्स्ट्रेक्शन लेयर:
माइक्रोसॉफ्ट ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच इंटरफेस प्रदान करने के लिए यह
सुविधा शुरू की। यह सुविधा विंडोज को हार्डवेयर प्लेटफॉर्म की परवाह किए बिना
चलाने में सक्षम बनाती है।
Q.4 What is the difference between window and
Linux.
Ans
1.Open
Source
लाइनक्स पूरी तरीक़े से एक open
source ऑपरेटिंग
सिस्टम है। इसका मतलब आप लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के source code को देख सकते हैं उसमें modify कर सकते हैं और उसे update कर सकते हैं।
2.price
अगर आपको विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करना है तो विंडोज़
तो खरीदना ही पड़ेगा साथ ही आपको इसके सुरक्षा के लिए Anti-virus भी खरीदना पड़ता है। वहीं लाइनक्स एक
फ़्री ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे आप आसानी से इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं।
लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे पॉवरफुल है और फ़्री भी है तो इससे बेहतर और क्या हो
सकता है।
3.Security
जब आप अपने कंप्यूटर में विण्डोज़ install करते हैं तब आपको अपने कंप्यूटर को हैकर्स और मालवेयर से
सुरक्षित रखने के लिए एंटीवायरस भी इनस्टॉल करना पड़ता है। जबकि लाइनक्स ऑपरेटिंग
सिस्टम में किसी प्रकार के एन्टी-वायरस को इनस्टॉल करने की ज़रूरत नहीं होती। अपने
पॉवरफुल सेक्युरिटी फ़ीचर के कारण ही लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम इतना अधिक लोकप्रिय
है।
4.Software
Updates
माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ के सॉफ्टवेयर को तभी अपडेट करता है जब
उसमें कई सारे प्रॉब्लम्स आने लगते हैं। वहीं लाइनक्स में ओपन सोर्स फ़ीचर होने के
कारण कोई भी कभी भी अपडेट कर सकता है। लाइनक्स डेवेलपर हर प्रॉब्लम पर नज़र बनाये
रखते हैं जिससे हर छोटी छोटे प्रॉब्लम पर अपडेट आ जाती है। windows में applications को run करने के लिए derivers की आवश्यकता हिती है जबकि
लाइनक्स में सॉफ्टवेयर को run करने के लिए बहुत कम deriver की आवश्यकता होती है।
5.Hardware
support
अगर आप अपने कंप्यूटर के पुराने हार्डवेयर पर windows 10 जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम इनस्टॉल करेंगे
तो हार्डवेयर उसे सपोर्ट नहीं करेगा। वहीं लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम RAM और डिस्क मेमोरी को लिमिटिड अमाउंट में ही यूज़ करती है और
पुराने हार्डवेयर पर भी फ़ास्ट और बेहतर परफॉर्मेन्स देती है।
6.Customization
विंडोज़ के मुक़ाबले लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करने का
एक बड़ा फ़ायदा ये है कि आप जब चाहें अपने सिस्टम के लुक को बदल सकते हैं। लाइनक्स
में हज़ारों बेहतरीन थीम्स दिए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके आप अपने सिस्टम को नया
लुक दे सकते हैं।
7.Reliability
अगर आप विंडोज इस्तेमाल करते हैं तो आपने देखा होगा कि ये
दिन-ब-दिन slow होता जाता है। कुछ ही महीनों
में आपका सिस्टम क्रैश होने लगता है तब आप अपने सिस्टम को फिर से इनस्टॉल करने पर
मजबूर हो जाते हैं। लेकिन लाइनक्स में आपको इस चीज़ की चिंता करने की कोई ज़रूरत
नहीं है क्योंकि लाइनक्स दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम के मुक़ाबले कहीं अधिक fast और smooth है।
8.privacy
अगर आप विंडोज़ 10 यूज़ कर रहे हैं तो अपने privacy setting में जाईये तब आप को पता चलेगा कि सब
कुछ by default enable है। अगर आप विंडोज़ का इस्तेमाल
कर रहे हैं तो आप को अपने प्राइवेसी का ख़याल रखना होगा। अपने पर्सनल डेटा के गलत
इस्तेमाल होने से बचाना होगा। वहीं लाइनक्स इस मामले में बिल्कुल सुरक्षित है।
लाइनक्स डिस्ट्रीब्यूशन आपके किसी भी पर्सनल डेटा को कलेक्ट नहीं करते हैं, और न ही आपको अपने प्राइवेसी की सुरक्षा के लिये किसी और टूल
की आवश्यकता पड़ेगी।
9.Usage
नॉर्मल यूज़र्स windows का इस्तेमाल करना ज़्यादा पसंद
करते हैं वहीं प्रोग्रामर्स, बैंक और बड़ी-बड़ी कम्पनियां लाइनक्स का
इस्तेमाल करते हैं। लाइनक्स हर जगह इस्तेमाल किया जा रहा है। छोटे डिवाइस से लेकर
बड़े से बड़े सुपर कंप्यूटर तक, कार, राऊटर, प्लेन, फ़ोन, मेडिकल डिवाइस, सेटेलाइट, घड़ी हर जगह लाइनक्स का इस्तेमाल हो रहा है। लाइनक्स के
डेवलपर लाइनस टोरवाल्ड्स ने इसका प्रोग्राम लिखते समय सोचा भी नहीं होगा कि
लाइनक्स इतनी अधिक सफलता हासिल करेगी।
10.
community Support
अगर आपको लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी समस्या का सामना
करना पड़ रहा है तो आपको किसी एक्सपर्ट के पास जाने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपको कोई
लाइनक्स से रिलेटेड कोई प्रॉब्लम हो रही है तो इंटरनेट पर लाइनक्स कम्यूनिटी फ़ोर्म
में जाइये, जहां चन्द मिनटों में ही आपका
प्रॉब्लम सॉल्व हो सकता है। लाइनक्स के बहुत सारे एक्टिव यूज़र्स होते हैं जो हमेशा
आपके प्रॉब्लम को सॉल्व काने के लिए तैयार रहते हैं।
11Programmers की नज़र से
लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज(C, C++, Java, Python, perl) को सपोर्ट करता है। लाइनक्स ऑपरेटिंग
सिस्टम में बहुत सारे libraries हैं। प्रोग्रामर्स के लिए
लाइनक्स का package manager प्रोग्रामिंग को और भी आसान बना
देता है। इसके अतिरिक्त्त लाइनक्स SSH को भी सपोर्ट करता है जिसके
ज़रिये प्रोग्रामर अपने server को आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
Q.5 Define Linux firewall. Explain its type.
Q.5 लिनक्स फ़ायरवॉल को परिभाषित
करें। इसका प्रकार बताइए।
Ans. फ़ायरवॉल एक नेटवर्क
को सुरक्षित करने वाला डिवाइस या सिस्टम होता है जो कि unauthorized
यूज़र्स
तथा खतरनाक तत्वों को नेटवर्क में access करने से बचाता है। फ़ायरवॉल हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर दोनों प्रकार का होता है।
फ़ायरवॉल
हमारे नेटवर्क के लिए फ़िल्टर की तरह कार्य करता है जो harmful
information को
रोक
देता है। फ़ायरवॉल
को किसी private नेटवर्क तथा इंटरनेट के मध्य स्थापित किया जाता है और जितना भी इन
दोनों के मध्य डेटा का कम्युनिकेशन होता है वह फ़ायरवॉल से होकर गुजरता है। यह एक
दीवार की तरह कार्य करता है जो कि आग रूपी unsafe or harmful डेटा से नेटवर्क को protect
करता
है। फ़ायरवॉल
उसी ट्रैफिक को अपने से गुजरने देता है जो उसकी policy के अनुसार सही हो।
फ़ायरवॉल
निम्नलिखित प्रकार के होते है:-
1:-packet filter firewall:-यह फ़ायरवॉल OSI मॉडल के नेटवर्क लेयर
में कार्य करता है। यह फ़ायरवॉल अंदर जाने वाले तथा बाहर आने वाले पैकेटों को analyze
करता
है तथा यह केवल उन्हीं पैकेटों को अपने से गुजरने देता है जो फ़ायरवॉल policy
के
अनुसार सही हों।
प्रत्येक
पैकेट की यह फ़ायरवॉल जाँच करता है तब निर्णय लेता है कि यह पैकेट आगे देना चाहिए
या नही। यह local नेटवर्क को घुसपैठ से बचता है।
(2):-Application level gateway firewall:-इसे application
proxy भी
कहते है। यह फ़ायरवॉल एप्लीकेशन की सूचना के आधार पर पैकेट को अपने से गुजरने देता
है या पैकेट को रोक देता है। एप्लीकेशन की सूचना पैकेट में उपलब्ध रहती है।
यह
फ़ायरवॉल एक प्रकार का proxy server है जो कि applications को proxy उपलब्ध करता है।
(3):-Circuit-level gateway firewall:-यह फ़ायरवॉल OSI मॉडल के session
layer में
कार्य करता है। यह फ़ायरवॉल TCP(transmission control protocol) या UDP(user
datagram protocol) की security को उपलब्ध कराता है।
यह
फ़ायरवॉल TCP या UDP में प्रत्येक पैकेट को analyze करता है तथा फ़ायरवॉल policy
के
अनुसार यह पकेटों पर action लेता है।
4. सतत निरीक्षण फ़ायरवॉल (Stateful inspection firewall)
दूसरी ओर, राज्य-जागरूक डिवाइस, न केवल प्रत्येक
पैकेट की जांच करते हैं, बल्कि
यह भी देखते हैं कि वह पैकेट स्थापित टीसीपी या अन्य नेटवर्क सत्र का हिस्सा है या
नहीं। यह पैकेट फ़िल्टरिंग या सर्किट मॉनीटरिंग की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान
करता है, लेकिन
नेटवर्क प्रदर्शन पर अधिक टोल देता है।
5. अगली पीढ़ी का फ़ायरवॉल (NGFW) Next-generation firewall
एक
विशिष्ट NGFW पैकेट निरीक्षण को राज्य निरीक्षण के साथ जोड़ती है और इसमें कुछ
प्रकार के गहरे पैकेट निरीक्षण के साथ-साथ अन्य नेटवर्क सुरक्षा प्रणालियाँ भी
शामिल हैं, जैसे
घुसपैठ का पता लगाना / रोकथाम, मैलवेयर फ़िल्टरिंग और एंटीवायरस। डीप पैकेट निरीक्षण
फ़ायरवॉल एक वेब की प्रगति को ट्रैक करता है।
Q.6 Explain
Swap Space.
Q.6 स्वेप स्पेस स्पष्ट करें।
Ans. swapping
एक
मेमोरी मैनेजमेंट स्कीम है, यह
एक ऐसी तकनीक है जिसमे process को main memory से remove किया जाता है तथा उसे secondary
memory में
स्टोर किया जाता है. इसका प्रयोग main memory utilization को बेहतर बनाने में
किया जाता है. secondary memory में वह
स्थान(एरिया) जहाँ swapped out प्रोसेस स्टोर
रहती है उस स्थान को swap space कहते है.
Unitasking ऑपरेटिंग सिस्टम में केवल एक
प्रोसेस, मेमोरी
के यूजर प्रोग्राम एरिया को occupy करता है और तब तक memory
में
रहता है जब तक कि प्रोसेस पूरा नही हो जाता. multitasking ऑपरेटिंग सिस्टम में
एक ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जब सभी active प्रोसेसेज main
memory में
accommodate(समायोजित) नही हो सकते तब एक प्रोसेस को main
memory से
swap out किया जाता है जिससे कि दूसरे प्रोसेस उसमें आ सकें.
इसका उद्देश्य हार्ड डिस्क में उपस्थित डेटा को access
करने
तथा इसे RAM में लाने के लिए किया जाता है जिससे कि एप्लीकेशन प्रोग्राम इसका
प्रयोग कर सकें.
Q.7 What
is Mount Point?
Ans माउंट लिनक्स में एक फाइलसिस्टम
का उपयोग करना है। आप उस निर्देशिका में प्रवेश करके किसी भी डायरेक्टरी और एक्सेस
कंटेंट पर एक फाइलसिस्टम माउंट कर सकते हैं। लिनक्स शब्दों में, इन निर्देशिकाओं को माउंट पॉइंट्स कहा जाता है।
लिनक्स माउंट कमांड का उपयोग लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम चलाने
वाले कंप्यूटर पर यूएसबी, डीवीडी,
एसडी
कार्ड और अन्य प्रकार के स्टोरेज डिवाइस को माउंट करने के लिए किया जाता है।
लिनक्स एक निर्देशिका ट्री संरचना का उपयोग करता है।
Q.8 What is file System?
Ans एक Disk में हजारों Files हो सकती
हैं कई Files को Organized करके एक
File System बनाया जा सकता है
।
Unix File system का एक हायरार्किकल
( Hierarchical ) Structure होता है जिसमें Files को डायरेक्टरीज में Locate कर दिया
जाता है ।
यह सब उसी प्रकार है , जैसे हर
एक दराज में एक ही प्रकार के कई कागजात रखे होते हैं ।
किसी भी कागज को निकालने के लिए हमें दराज अवश्य खोलनी पड़ती है
। ठीक उसी प्रकार
हमें लाइनक्स में Directory खोलनी
पड़ती है ।
डिस्क पर ये सारी फाइलें एक रूट ( Root ) Directory में स्थित होती हैं । रूट Directory
को हम इन Sub – Directory में Divide कर सकते हैं – bin , boot , home , usr , etc तथा dev .
उपरोक्त Directory
में विभिन्न डाटा से सम्बन्धित अलग – अलग फाइलें होती हैं । इस फाइल सिस्टम hierarchy में हम एक फाइल को Path name से जानते हैं, जिस फाइल का नाम तथा पाथ का नाम , डायरेक्टरी लिखकर हम उपयोग में ला सकते हैं ।
Directory
में उपस्थित कुछ Directory निम्नलिखित हैं जिनमें से हर एक Directory
एक विशेष प्रकार की फाइल को ही स्टोर कर पाती है ।
§ / bin Directory – इसमें हम लाइनक्स की
कई यूटिलिटीज ( utilities ) स्टोर कर सकते हैं । यूटिलिटीज वे कमाण्ड हैं जो कि
लाइनक्स सिस्टम में उपस्थित होती हैं और बाइनरी ( Binary ) फार्मेट में होती हैं
। इसीलिए हम इसे बिन ( bin ) डायरेक्टरी के नाम से जानते हैं ।
§ / dev Directory – इस डायरेक्टरी में
अधिकांशतः device related files उपलब्ध रहती हैं ।
§ /etc Directory – यह डायरेक्टरी
अधिकांशतः सिस्टम से सम्बन्धित files को रखती है जिनकी यूजर
और सिस्टम को आवश्यकता होती है । इनमें अधिकांशतः सिस्टम , प्रोग्राम और configuration
files होती हैं ।
§ / lib Directory – इस डायरेक्टरी में
कम्पाइलर के लिये इन्स्टॉल ( install ) किये गये डाटा की
लाइब्रेरी रखी जाती है ।
§ /home Directory – इसमें अधिकांशतः यूजर
की होम डायरेक्टरी पाई जाती हैं ।
§ / usr Directory – इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम
की files स्टोर होती हैं , जो कि बूट प्रॉसेस ( Boot
process ) में append नहीं होती हैं । अधिकांशत: यूटिलिटीज bin
डायरेक्टरी तथा usr डायरेक्टरी में उपलब्ध होती हैं ।
§ / ver Directory – इसमें वह information
होती है जो कि लाइनक्स की अलग – अलग यूटिलिटीज में
उपलब्ध होती है
लाइनक्स में सारी information
files की तरह से उपयोग में लायी जाती हैं । इसी प्रकार user
की program files व data files के अलावा कुछ special
files भी हैं जो कि विभिन्न Directories , Content और I /
O device से सम्बन्धित होती हैं ।
यहां हम फाइलों को तीन
भागों में बाँटते हैं :-
1.
Ordinary Files ( साधारण फाइलें )
2.
Directory Files ( डायरेक्टरी फाइलें )
3.
Special Files ( विशेष फाइलें )
Q.9 What is shell
Scripting? What are its advantages?
Ans Shell Linux operating
system या अन्य UNIX based Operating system का
यूजर इंटरफ़ेस (एक सॉफ्टवेयर) होता है जिससे यूजर Interact करता है या
यूँ कहे जिससे यूजर कंप्यूटर को Command भेजता है।
Shell scripting करना
यानी shell scripting का प्रोग्राम बनाना shell script एक प्रोग्राम होता है जिसे linux शैल में चलाने के लिए बनाया जाता है
साधारण भाषा में बात करें तो shell script एक नार्मल text file होती है जिसमे text के रूप में लिनक्स shell से कुछ काम करवाने के लिए कुछ
कमांड्स लिखे जाते हैं और उसे बाद उन्हें लिनक्स Shell के द्वारा Execute किया जाता है।
इन्हें
shell मशीन लैंग्वेज में कन्वर्ट करके kernal को दे देता है और कर्नल हार्डवेयर को जिससे हमारा कंप्यूटर हमारे द्वारा दिए गए कमांड्स को Execute कर पाता है।
Shell scripting हमारे काम को काफी हद तक आसान बना देती
है क्यूंकि यह हमें सभी Commands को manually Shell में एक एक करके लिखने में और बार
बार उन्ही कमांड्स को रिपीट करने में जो टाइम बर्बाद होता है उससे बचाता है।
शैल
स्क्रिप्ट को आप किसी भी Linux, Unix या Unix-Like operating
system में
इस्तेमाल कर सकते हैं shell script को windows की भाषा में Batch फाइल कहते हैं। shell script की मदद से हम कई कार्य कर सकते हैं
जैसे file manipulation, program execution, text printing आदि।
सही
गलत
True / Flase
1) Window NT एक नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम है।
Window NT is a network operating system.
2) फ़ायरवॉल ने अनधिकृत पहुंच से नहीं
रोका।
Firewall did not prevent from unauthorized access.
3) कर्नेल को अद्यतन नहीं किया जा
सकता है
The kernel cannot be updated
• 4) रूट उपयोगकर्ता को सिस्टम में सभी
फाइलों और कार्यक्रमों तक पहुंचने की अनुमति है।
The root user is
allowed to access all files and programs in the system.
• 5) लिनक्स में एक समूह को हटाने के
लिए डेलग्रुप कमांड का उपयोग किया जाता है।
delgroup command is used to delete a group in linux.
• 6) नेटवर्क सुरक्षा विशेषज्ञ कंपनी
डेटा की सुरक्षा नहीं करते हैं।
Network security specialist do not protect
company data.
• 7) रूट यूजर्स सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन
का काम करते हैं।
Root users
perform system administration work.
• 8) उपयोगकर्ता लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम
के कर्नेल पर सीधे कमांड दर्ज करते हैं।
users enter
commands directly to the kernel of the linux operating system.
• 9) कर्नेल को ऑपरेटिंग सिस्टम के मूल
के रूप में जाना जाता है।
Kernal is known
as core of operating system.
• 10) डायरेक्टरी स्ट्रक्चर की जड़ डिस्क
पर सबसे ऊपर की डायरेक्टरी है।
The root of a directory structure is the
topmost directory on the disk.
• 11) साइबर स्पेस को नियंत्रित करने
वाले कानून को साइबर कानून के रूप में जाना जाता है।
The law governing the cyber space is known as
cyber law.
• 12) linux की हर चीज़ एक फाइल मानी जाती है।
Every thing in
linux considered a file.
• 13) शेल स्क्रिप्टिंग लिखने में अधिक
समय लगता है।
Writing shell scripting takes more time.
• 14) शेल फाइल से इनपुट के रूप में
कमांड भी ले सकता है।
shell can also
take commands as input from file.
15) कर्नेल का प्रणाली में हर चीज पर
पूरा नियंत्रण है।
kernel has complete control over everything in
the system.
Answer:
(1) True (2)False (3)False (4) True (5)
True (6) False (7) True (8)
False (9) True (10) True
(11) True (12) True (13) False (14) True (15)
True